मेरी सुनलो मारुति नंदन
मेरी सुनलो मारुति नंदन, काटो मेरे दुख के बंधन
हे महावीर बजरंगी, तुम्हे कहते है दुख भंजन
मेरी सुनलो मारुति नंदन, काटो मेरे दुख के बंधन
हे महावीर बजरंगी, तुम्हे कहते है दुख भंजन
मुझ पेर भी करुणा करना, मई आया शरण तुम्हारी
मई जोड़े हाथ खड़ा हूँ, तेरे दर का बना भिखारी
तुम सबसे बड़े भंडारी, मई पानी तुम हो चंदन
हे महावीर बजरंगी, तुम्हे कहते है दुख भंजन
मेरी सुनलो मारुति नंदन, काटो मेरे दुख के बंधन
हे महावीर बजरंगी, तुम्हे कहते है दुख भंजन
तेरा नाम बड़ा दुनिया में
सब तेरा ही गुण गये, इश्स जाग के सब नर नारी
चर्नो में शीश नवाए, कर भाव से पार मुझे भी
हे बाबा संकट मोचन, हे महावीर बजरंगी
तुम्हे कहते है दुख भंजन
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