Ram Binu Tan Ko Tap Na Jayi Kabir Bhajan Lyrics
राम बिनु तन को ताप न जाई। जल में अगन रही अधिकाई॥ राम बिनु तन को ताप न जाई॥ तुम जलनिधि मैं जलकर मीना। जल में रहहि जलहि बिनु ज...
राम बिनु तन को ताप न जाई। जल में अगन रही अधिकाई॥ राम बिनु तन को ताप न जाई॥ तुम जलनिधि मैं जलकर मीना। जल में रहहि जलहि बिनु ज...
केहि समुझावौ सब जग अन्धा॥ टेक॥ इक दु होयॅं उन्हैं समुझावौं सबहि भुलाने पेटके धन्धा। पानी घोड पवन असवरवा ढरकि परै जस ओसक बु...
दिवाने मन भजन बिना दुख पैहौ ॥ टेक॥ पहिला जनम भूत का पै हौ सात जनम पछिताहौ। कॉंटा पर का पानी पैहौ प्यासन ही मरि जैहौ॥ १॥ द...
झीनी झीनी बीनी चदरिया झीनी झीनी बीनी चदरिया॥ टेक॥ काहे कै ताना काहे कै भरनी कौन तार से बीनी चदरिया॥ १॥ इडा पिङ्ग...