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श्रीमद् भगवद्गीता मूल श्लोक मूल श्लोकः धृतराष्ट्र उवाच धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः। मामकाः पाण्डवाश्चैव किम...
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बाबा गोरखनाथ जी की आरती जय गोरख देवा जय गोरख देवा | कर कृपा मम ऊपर नित्य करूँ सेवा | शीश जटा अति सुंदर भाल चन्द्र सोहे | कान...
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बिणजारी ए हँस हँस बोल, प्यारी प्यारी बोल, बाता थारी रह ज्यासी, बिणजारो मत जाण बातां रह ज्यासी कंठी माला काठ की रे माही रेशमी ...
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कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल नन्दलाल कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल नन्दलाल हे गोपाल नन्दलाल,गोपाल नन्दलाल गोपाल नन्दलाल हे गोपाल नन्द...
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अजब हैरान हूं भगवन, तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं… कोई वस्तु नहीं ऐसी, जिसे सेवा में लाऊं मैं… करूं किस तौर आवाहन, कि तुम मौजूद हो हर जा...
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भजन बिना कोई न जागै रे, लगन बिना कोई न जागै रै। तेरा जनम जनम का पाप करेड़ा, रंग किस बिध लागे रै॥टेर॥ संता की संगत करी कोनी भँ...
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जय नाथ जी महाराज की समझ मन माँयलारै, बीरा मेरा मैली चादर धोय। बिन धोयाँ दुख ना मिटै रै, बीरा मेरा तिरणा किस बिध होय॥टेर॥ देव...
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दोहा गणपति गिरजा पुत्र को सुमिरु बारम्बार | हाथ जोड़ बिनती करू शारद नाम आधार || चोपाई जय जय जय गोरख अविनाशी |...
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श्री बद्रीनाथ जी की आरती पवन मंद सुगन्ध शीतल हेम मन्दिर शोभितम् | निकट गंगाबहत निर्मल श्रीबद्रीनाथ विश्वम्भरम् || शेष सुमरन...
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केहि समुझावौ सब जग अन्धा॥ टेक॥ इक दु होयॅं उन्हैं समुझावौं सबहि भुलाने पेटके धन्धा। पानी घोड पवन असवरवा ढरकि परै जस ओसक बु...
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कोई मेरा क्या करैगा रे साई तेरा नाम रटूँगा, नगरी के लोगो, हाँ भलाँ बस्ती के लोगो। मेरी तो है जात जुलाहा, जीव का जतन करावा॥ हा...